Saturday, January 4, 2014

280 लाख करोड़ का सवाल है ... लेखक : अश्विनी कुमार

दर्द होता रहा छटपटाते रहे, आईने॒ से सदा चोट खाते रहे,
वो वतन बेचकर मुस्कराते रहे, हम वतन के लिए  सर कटाते रहे”

“भारतीय गरीब है लेकिन भारत देश कभी गरीब नहीं रहा" ये कहना है स्विस बैंक के डॉयरेक्टर का। स्विस बैंक के डॉयरेक्टर ने यह भी कहा है कि भारत का लगभग 280 लाख करोड़ रुपये उनके स्विस बैंक में जमा है। ये रकम इतनी है कि भारत का आने वाले 30 सालों का बजट बिना टैक्स के बनाया जा सकता है या यूँ कहें कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए जा सकते है. या यूँ भी कह सकते है कि भारत के किसी भी गाँव से दिल्ली तक 4 लेन रोड़ बनाये जा सकते हैं। ऐसा भी कह सकते हैं कि 500 से ज्यादा सामाजिक प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते हैं। ये रकम इतनी ज्यादा है कि अगर हर भारतीय को 2000 रुपये हर महीने भी दिए जायें तो 60 साल तक ख़त्म ना हों, यानी भारत को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने की कोई जरुरत नहीं है। जरा सोचिये ... हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे देश को लूटा है और ये लूट का सिलसिला अभी 2011 तक जारी है।
इस सिलसिले को अब रोकना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है। अंग्रेजों ने हमारे भारत पर करीब 200 सालों तक राज करके करीब 1 लाख करोड़ रुपये लूटा। मगर आजादी के केवल 64 सालों में हमारे भ्रष्टाचार ने 280 लाख करोड़ लूटा है। एक तरफ 200 साल में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ केवल 64 सालों में 280 लाख करोड़ है। यानि हर साल लगभग 4.37 लाख करोड़, या हर महीने करीब 36 हजार करोड़ भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में इन भ्रष्ट लोगों द्वारा जमा करवाई गई है। भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन की कोई दरकार नहीं है। सोचो कि कितना पैसा हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और उच्च अधिकारीयों ने ब्लॉक करके रखा हुआ है। हमे भ्रष्ट राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ जाने का पूर्ण अधिकार है। हाल ही में हुए घोटालों का आप सभी को पता ही है - CWG घोटाला, २ जी स्पेक्ट्रम घोटाला, आदर्श हॉउसिंग घोटाला ... और ना जाने कौन-कौन से घोटाले अभी उजागर होने वाले है ........
समाज को नुकसान उनसे नहीं जो देश को लूट रहे है........नुकसान तो आपसे है ...जो इतना देख कर...सुन कर ....भी  घर में सोफे पर  बैठ कर टीवी के समाचारों से, देश को लुटता देख, दो आंसू बहा कर, देश भक्ति का ढोंग कर रहे है। आओ अब तो एक हो जाओ।      

No comments:

Post a Comment