त्वचा का चिकना व मुलायम होना स्वस्थ शरीर की निशानी है त्वचा का रंग,
रूप, आक़ति को देखकर आसानी से पता लगाया जा सकता है की आप कितने मानसिक व
शारीरिक स्तर पर स्वस्थ है। हमारी सम्पूर्ण त्वचा रोम छिद्रों द्वारा
निर्मित होती है । त्वचा प्रतिपल इन छिद्रों के माध्यम से वाहरी वातावरण
के सम्पर्क में रहती है व ऑक्सीजन, विटामिन आदि की पूर्ति करती रहती है।
शरीर को कईं प्रकार के रसायनिक तत्वों की पूर्ति त्वचा द्वारा ही होती है। जिनमें प्रमुख हैं।
* विटामिन डी
* सूर्य द्वारा ऑक्सीजन
* हवा द्वारा मेग्नेशियम मेग्नीज
* धूल कणों द्वारा लोहा, जिंक, ब्रोमिन
* मिटटी द्वारा 12 तरह के रसायनिक तत्व
* जल द्वार स्त्री व पुरूषों की त्वचा में अन्तर होता है और इस अन्तर का कारण हार्मोनों के स्त्राव में परिवर्तन होता है हार्मोनों द्वारा मेलोनिन का स्त्राव त्वचा को चिकना, सुन्दर व मुलायम बनाने के लिए जिम्मेदार होता है त्वचा को निम्न उपायों द्वारा चिकना व सुन्दर बनाया जा सकता है ।
* त्वचा के लिए ऑलिव ऑयल सबसे फायदेमंद तेल है मालिश करने पर यह तेल सीधे आतंरिक त्वचा में जाकर वहा पर उपस्थित तेल ग्रन्थियों के स्त्राव को बढाता है फलस्वरूप त्वचा धीरे-धीरे मुलायम व स्वस्थ होने लगती है।
* कच्चे सलाद के उपर हल्का ऑलिव ऑयल डालकर मक्खन की तरह इस्तेमाल करने पर यह सीधे पेट में जाकर वहॉ कि पी.एच. वैल्यू को संतुलित करता है और त्वचा को स्वस्थ बनाता है। जब तेल को आग पर पकाया जाता है तो उसमें उपस्थित विटामिन ई नष्ट हो जाता है विटामिन ई त्वचा में कसाव पैदा करता है।
* त्वचा में कसाव पैदा करने के लिए सोन्दर्य प्रसाधनों का उपयोग त्वचा को नुकसान पहुचाता है। सम्पूर्ण शरीर पर आलिव ऑयल, गंधक नीम, चन्दन व नमक से तैयार की गई मिटटी का लेप त्वचा की ऑक्सीजन दर बढाकर त्वचा में कसाव पैदा करता है। त्वचा पर मिटटी का लेप सबसे स्वस्थ व सुन्दर उपाय है।
* हमेशा ताजा व ठन्डे जल से नहाने पर शरीर को 12 प्रकार के रसायनिक तत्व प्राप्त होते है पानी में उपस्थित हानिकारक रसायनिक तत्वों को त्वचा स्वयं बाहर कर देती है या वफरिंग सिस्टम द्वारा शरीर उन्हें पसीने के द्वारा बाहर निकाल देता है स्नान से पहले घर्षण स्नान त्वचा के रोम छिद्रों को खोलकर उन्हें सशक्त व मजबूत बनाता है ताकि स्नान करने पर त्वचा द्वारा पानी अधिक मात्रा में अंदर जा सके । स्नान के बाद तोलिये से शरीर को पोछना नहीं चाहिए शरीर का पानी यू ही सुखने दें ताकि त्वचा पानी के साथ-साथ ऑक्सीजन भी ले सकें।
* आयरन युक्त आहार खून में लोह तत्व की मात्रा बढाकर त्वचा को कोमल बनाता है अत: आहार में फल व कच्ची सब्जी सबसे फायदे मंद है जैसे - चुकन्दर, गाजर, लीची, शहद, खीरा, टमाटर, पपीता, अन्नानास, लौकी आदि।
* विटामिन डी
* सूर्य द्वारा ऑक्सीजन
* हवा द्वारा मेग्नेशियम मेग्नीज
* धूल कणों द्वारा लोहा, जिंक, ब्रोमिन
* मिटटी द्वारा 12 तरह के रसायनिक तत्व
* जल द्वार स्त्री व पुरूषों की त्वचा में अन्तर होता है और इस अन्तर का कारण हार्मोनों के स्त्राव में परिवर्तन होता है हार्मोनों द्वारा मेलोनिन का स्त्राव त्वचा को चिकना, सुन्दर व मुलायम बनाने के लिए जिम्मेदार होता है त्वचा को निम्न उपायों द्वारा चिकना व सुन्दर बनाया जा सकता है ।
* त्वचा के लिए ऑलिव ऑयल सबसे फायदेमंद तेल है मालिश करने पर यह तेल सीधे आतंरिक त्वचा में जाकर वहा पर उपस्थित तेल ग्रन्थियों के स्त्राव को बढाता है फलस्वरूप त्वचा धीरे-धीरे मुलायम व स्वस्थ होने लगती है।
* कच्चे सलाद के उपर हल्का ऑलिव ऑयल डालकर मक्खन की तरह इस्तेमाल करने पर यह सीधे पेट में जाकर वहॉ कि पी.एच. वैल्यू को संतुलित करता है और त्वचा को स्वस्थ बनाता है। जब तेल को आग पर पकाया जाता है तो उसमें उपस्थित विटामिन ई नष्ट हो जाता है विटामिन ई त्वचा में कसाव पैदा करता है।
* त्वचा में कसाव पैदा करने के लिए सोन्दर्य प्रसाधनों का उपयोग त्वचा को नुकसान पहुचाता है। सम्पूर्ण शरीर पर आलिव ऑयल, गंधक नीम, चन्दन व नमक से तैयार की गई मिटटी का लेप त्वचा की ऑक्सीजन दर बढाकर त्वचा में कसाव पैदा करता है। त्वचा पर मिटटी का लेप सबसे स्वस्थ व सुन्दर उपाय है।
* हमेशा ताजा व ठन्डे जल से नहाने पर शरीर को 12 प्रकार के रसायनिक तत्व प्राप्त होते है पानी में उपस्थित हानिकारक रसायनिक तत्वों को त्वचा स्वयं बाहर कर देती है या वफरिंग सिस्टम द्वारा शरीर उन्हें पसीने के द्वारा बाहर निकाल देता है स्नान से पहले घर्षण स्नान त्वचा के रोम छिद्रों को खोलकर उन्हें सशक्त व मजबूत बनाता है ताकि स्नान करने पर त्वचा द्वारा पानी अधिक मात्रा में अंदर जा सके । स्नान के बाद तोलिये से शरीर को पोछना नहीं चाहिए शरीर का पानी यू ही सुखने दें ताकि त्वचा पानी के साथ-साथ ऑक्सीजन भी ले सकें।
* आयरन युक्त आहार खून में लोह तत्व की मात्रा बढाकर त्वचा को कोमल बनाता है अत: आहार में फल व कच्ची सब्जी सबसे फायदे मंद है जैसे - चुकन्दर, गाजर, लीची, शहद, खीरा, टमाटर, पपीता, अन्नानास, लौकी आदि।
No comments:
Post a Comment